वॉलीबाल में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुके जिले के गांव हमीनपुर से अब भारतीय सेना के खिलाड़ी भी वॉलीबाल के गुर सीख रहे हैं।
गांव के खेल मैदान पर इन दिनों सेना की 14 जाट रेजिमेंट टीम के खिलाड़ी वॉलीबाल देखते दिखते हैं।
आर्मी की टीम प्रभारी हवलदार जय सिंह ने बताया कि पिछले दिनों जाट रेजिमेंट सिक्कम की टीम राष्ट्रीय स्तर पर अपना प्रदर्शन सुधारने के लिए किसी अच्छे कोच की तलाश में थी। इन्हीं दिनों रेजिमेंट के अधिकारियों को किसी के माध्यम से हमीनपुर गांव के बारे में जानकारी मिली।
रेजिमेंट के अधिकारियों ने गांव में आकर यहां के लोगों का वॉलीबाल खेल के प्रति लगाव देखा तो वे कायल हो गए। अधिकारियों ने गांव के लोगों के आगे अपनी टीम को प्रशिक्षण देने का प्रस्ताव रखा।
गांव के खिलाड़ी भी सेना की टीम प्रशिक्षण देने के लिए तैयार हो गए। आठ दिन पहले एक सितम्बर को सेना की टीम गांव में पहुंच गई तथा तब से लगातार सुबह शाम गांव के मैदान पर अभ्यास कर रहे हैं।
टीम सदस्य प्यारे लाल बताते हैं कि गांव का बच्चा बच्चा वॉलीबाल खेलने में पारंगत है। गांव के वरिष्ठ खिलाडिय़ों से तो खेल के बारे में जानकारी मिलती ही है। मगर यहां के बच्चे भी खेल की बारिकियों से अवगत करवाते हैं।
अखरता कोच का अभाव
हमीनपुर गांव में वॉलीबाल खेल के लिए अच्छा माहौल है। खेल मैदान भी अपेक्षाकृत ठीक है। मगर गांव में कोच का अभाव है। गांव में सरकार कोच की व्यवस्था कर दे तो गांव के युवा श्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकते हैं।
गांव में निजी स्कूल संचालक सुभाषचन्द तथा खिलाड़ी कर्मवीर बताते हैं कि पिछले दिनों गांव में खेल स्टेडियम की घोषणा की गई थी। जो अभी तक मूर्त रूप नहीं ले पाई।
हमीनपुर ने दिए हैं राष्ट्रीय खिलाड़ी
हमीनपुर गांव में वॉलीबाल खेल का अच्छा माहौल है। गांव में जिधर देखो उधर वॉलीबाल के खिलाड़ी नजर आते हैं। जिला स्तरीय तथा राज्य स्तरीय सहित क्षेत्र में आयोजित होने वाले वॉलीबाल प्रतियोगिता में अमूमन प्रति वर्ष गांव की टीम का कब्जा रहता है। हमीनपुर गांव ने वॉलीबाल के राष्ट्रीय खिलाड़ी तथा राष्ट्रीय कोच भी दिए हैं।
गांव के सत्यवीर सिंह, मुकेश, धर्मवीर, संदीप कुमार, कुलदीप सिंह पूनियां, राजेन्द्र, प्रताप सिंह एवं वीरेन्द्र सिंह सहित खिलाड़ी भारतीय सेना, रेलवे आदि की टीमों में खेलते हैं।
वॉलीबाल के चलते गांव के कई युवा विभिन्न राजकीय सेवाओं में भी अच्छे पदों पर तैनात हैं। गांव के दीप चन्द्र राष्ट्रीय टीम के कोच रहे हैं तो विनोद चौधरी एनआईएस कोच हैं।