History
हमीनपुर गाँव का इतिहास कहीं लिखा हुआ तो नहीं है पर फिर भी गांव के बुजुर्ग लोग बताते है कि हमीनपुर गाँव लगभग 400 वर्ष पुराना है । हमीनपुर गाँव में रहने वाले लोग शुरु से ही मेहनती एवम कठिन परिश्रम करते थे । गांव के अधिकांश लोग खेती पर ही निर्भर थे । गांव में आवागमन का साधन ऊँट गाड़ी हुआ करती थी ।
हमीनपुर गाँव जो राजस्थान राज्य के, झुंझुनु जिले की सुरजगढ़ तहसील के पिलानी शहर से 7 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है, जिसे भगवान ने बनाया, जहाँ प्रकृति का सौन्दर्य बिखरा पड़ा है- हरे भरे खेत, लहलहाती फसले, कुँयें पर सजी धजी औरतों की खिलखिलाहट, हुक्का पीते किसान, गाय के पीछे दौड़ते बच्चे, झाड़ीयो से बेर तोड़ कर खाती किशोरियाँ, गलियों मे खेलते हुए युवा, बाजरा और गेहूँ की रोटी, दूध दही, मक्खन और घी की बहुलता यह सब कल्पना में आता है जब हम हमीनपुर गाँव की बात करते हैं।
हिंदुस्तान में अधिकांश जन्सख्या गाँवों में निवास करती हैं। हिंदुस्तान गाँवों का देश है। महात्मा गाँधी कहते थे कि असल हिंदुस्तान का दर्शन गाँवों में ही सम्भव है जहाँ हिंदुस्तान की आत्मा बसी हुई है।
ग्रामीणों को इतिहास में से कुछ पता है लेकिन यह रिकॉर्ड नहीं है। हमीनपुर गांव में प्राकृतिक जलवायु परिस्थितियां बहुत कठोर और अतिवादी हैं। तापमान गर्मियों में उप-शून्य से लेकर 50 डिग्री सेल्सियस तक होता है। ग्रीष्मकाल "लू" नामक हवा की गर्म लहरें लाती हैं । वार्षिक वर्षा 25 सेमी के पैमाने का बहुत कम है गांव में भूजल कठिन और मिठा है और 300 फीट जितनी गहरा है। औसत क्षेत्र पर हर तीसरे साल एक शुष्क वर्ष और हर आठवें साल में एक अकाल वर्ष के रूप में सामना होता है।
सरकार द्वारा किए गए गतिविधियों का विस्तार विशेष रूप से योजना के युग के बाद से कुछ ग्रामीणों को नियमित रोजगार पाने के लिए संभव बना दिया । गांव की ग्रामीण अर्थव्यवस्था शुरु से ही अन्य गांवों की तुलना मे बेहतर रही है । सड़क कनेक्टिविटी ने बाज़ार केंद्रों और बाजार संबंधों के विकास में मदद की है।
नई तकनीक तक पहुंच और इसकी प्रभावकारिता के उचित प्रदर्शन ने भी अनपढ़ छोटे और सीमांत किसानों को अपनाने के लिए प्रेरित किया है और उन्हें अधिक उत्पादक, यहां तक कि उनकी छोटी उत्पादक संपत्तियों का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित किया है।
पर्याप्त सिंचाई बुनियादी ढांचे की अनुपस्थिति में अनिश्चित मौसम की स्थिति, भू-कार्य सुधार की कमी ने पूंजी संचय, कृषि निवेश और उच्च मूल्य वाले फसलों के पक्ष में फसल विविधीकरण बाधित होने के बावजुद हमीनपुर गांव आज विकसित एवम आदर्श गांव है।