बीएसएफ जवान बलबीर गोदारा को अंतिम विदाई
बीएसएफ की 81वीं बटालियन के सिपाही बलबीर पुत्र हंसराज गोदारा को रविवार शाम पूरे सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। गांव ब्राह्मणों की ढाणी तन देवरोड के मुक्तिधाम पर साथी जवानों ने एसआई रमेश कुमार के नेतृत्व सम्मान स्वरूप गोलियां दागी।
बीएसएफ के एसआई और सूरजगढ एसडीएम रामकिशन मीणा ने बलबीर के छोटे भाई राजेंद्र को पार्थिव देह पर चढ़ाया तिरंगा सौंपा। इससे पहले सूरजगढ एसडीएम, चिड़ावा डीएसपी लाखनसिंह मीणा, पिलानी सीआई मदनलाल कड़वासरा, सैनिक कल्याण विभाग जयपुर के सूबेदार मेजर मोहनलाल, देवरोड़ सरपंच कुलदीप कुलहरि ने सिपाही बलबीर के शव पर सम्मान स्वरूप पुष्पचक्र अर्पित किए। गौरतलब है कि बंगाल के नदिया जिले के इमानगर में तैनात बलबीर की शनिवार सुबह हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। भतीजे अनुज ने मुखाग्नि दी, अंतिम यात्रा में रामावतार कुलहरि, जयलाल, सुशील शर्मा, बलबीर गोदारा, मोहरसिंह, अनूप नेहरा, ओमप्रकाश, बिहारीलाल सहित गांव के लोगों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
पिलानी की बेटी ने ध्वज फहराने में पीएम मोदी की मदद की
आजादी के पर्व के देश के सबसे बड़े समारोह में प्रधानमंत्री को तिरंगा फहराने में सहयोग करने का गौरव झुंझुनूं की बेटी आर्मी मेडिकल कोर की महिला अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल कंचन कुल्हरि को मिला है। कंचन पिलानी कस्बे के निकट कुल्हरियों का बास की रहने वाली हैं। आजादी की 70वीं सालगिरह के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज फहराया।
ध्वजारोहण में प्रधानमंत्री के सहयोग के लिए पहली बार सेना की आर्मी मेडिकल कोर के अधिकारी को तैनात किया गया था। जबकि अब तक यह अवसर इन्फेंट्री या सेना की अन्य कोर के अधिकारियों को मिलता रहा है। कंचन के पिता ख्यालीराम कुल्हरि भारतीय नौ सेना में कमांडर पद से रिटायर हो चुके हैं। कंचन के पति गुंजन सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल हैं।