म्हारी छोरियां छोरों से कम हैं के
अंचला चिड़ावा के ब्राह्मणों की ढाणी के बलवीर जोशी व दशर्ना की बेटी है। इसने दसवीं तक की पढ़ाई ढाणी के राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय से की। इसी दौरान स्कूल में हॉकी खेलना शुरू किया। अंचला की प्रतिभा का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यह दसवीं कक्षा की पढ़ाई के दौरान ही नेशनल स्तर पर खेल चुकी थी। बलवीर जोशी गमले बनाने का काम करते हैं, वहीं माता दर्शना गृहिणी हैं। अंचला का ख्वाब है कि वह ऑल इंडिया स्तर पर खेल व हॉकी विश्वकप जीते। मध्यम श्रेणी के परिवार की इस बेटी की राह आर्थिक तंगी कभी नहीं रोक पाई। अंचला ने हॉकी को अपनी सबसे बड़ी ताकत बना रखा है। हॉकी ही इसका जुनून और हौसला है।
पिलानी के सुरेश नौवाल की बेटी अन्नू नौवाल। करीब एक वर्ष पहले सीआरपीएफ में कमीशन लेकर सहायक कमांडेट के रूप में भर्ती हुई थी। अन्नु सीआरपीएफ के गुरूग्राम क्षेत्र स्थित कादरपुर ट्रैनिंग अकेडमी में प्रशिक्षण ले रही हैं। अकेडमी में पासिंग आउट सैरेमनी कार्यक्रम में अन्नु को सीआरपीएफ के आला अधिकारी सहायक कमांडेट का बैज प्रदान कर फोर्स में शामिल किया गया। बिट्स संस्थान से पढ़ाई कर डिफेंस में कॅरियर बनाने वाली अन्नु का सपना प्रारंभ से ही देश सेवा का रहा है।
झुंझुनूं जिले की बेटी गरिमा कुलहरी भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनी हैं। गरिमा मूलरूप से झुंझुनूं के गांव तिलोका का बास की रहने वाली हैं। हाल ही चैन्नई स्थित प्रशिक्षण अकादमी से गरिमा ने एक साल का प्रशिक्षण पूरा कर बतौर लेफ्टिनेंट पदभार ग्रहण किया है। गरिमा के नाना सेवानिवृत्त शिक्षक बनवारीलाल भूकर व मामा शिक्षक धर्मवीर सिंह भूकर ने हमेशा प्रोत्साहित किया। माता सरोज देवी वर्तमान में पिलानी पुलिस थाने में कांस्टेबल के पद पर कार्यरत है।
पारुल शेखावात झुंझुनूं जिले के गांव बड़ागांव की रहने वाली हैं। 11 साल पहले 24 वर्ष की उम्र में कमर्शियल पायलट लाइसेंस प्राप्त कर एयर इंडिया में इंटरनेशनल फ्लाइट को-पायलट पद पर नियुक्त हुई थीं। अशोक सिंह बड़ागांव ने बताया कि बेटी की इस उपलब्धि पर पूरे गांव में खुशी की लहर है। पारुल बड़ागांव के डॉ. नरपत सिंह की बड़ी बेटी हैं। डॉ. शेखावत सवाई मानसिंह अस्पताल के अधीक्षक पद से रिटायर्ड हैं। अब पारुल बोइंग 777 जैसा बड़ा विमान उड़ा रही हैं।
राजस्थान के झुंझुनूं जिले के पिलानी कस्बा निवासी तनिशा शर्मा ने 650 में से 650 अंक प्राप्त कर पंजाब बोर्ड परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया। तनिशा की इस उपलब्धि पर पंजाब के शिक्षा मंत्री ने भी उसके परिजनों को फोन कर बधाई दी । परिजन अशोक शर्मा ने बताया कि तनिशा न्यूरोलोजिस्ट बन कर सेवा करना चाहती है। तनिशा अपने पिता अनिल शर्मा एवं माता ममता के साथ काफी समय से लुधियाना में रह रही है।